पापमोचनी एकादशी कब है 2024 में (Papamochani Ekadashi Kab Hai 2024): पापमोचनी एकादशी, उत्तर भारतीय हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र महीने में चंद्रमा के लुप्त होने के 11वें दिन को मनाई जाती है। इस एकादशी को सभी 24 एकादशियों में से अंतिम व्रत माना जाता है। दक्षिण भारतीय कैलेंडर के अनुसार, यह फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष में मनाया जाता है, जबकि उत्तर भारतीय कैलेंडर के अनुसार यह चैत्र माह के कृष्ण पक्ष में आता है। रोचक बात यह है कि यह एकादशी उत्तर और दक्षिण भारतीय कैलेंडर दोनों में एक ही दिन मनाई जाती है। पापमोचनी एकादशी 18 मार्च (शनिवार) को आएगी।
पापमोचनी एकादशी कब है 2024 में (Papamochani Ekadashi Kab Hai 2024), प्रकार , महत्व व पूजा एवं व्रत की विधि
पापमोचनी एकादशी: सभी पापों से मुक्ति का दिन
पापमोचनी एकादशी, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है जो चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
पापमोचनी एकादशी 2024 कब है?
पापमोचनी एकादशी 2024 में 5 अप्रैल, शुक्रवार को है। यह दिन चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है।
पापमोचनी एकादशी पूजा 2024 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
---|---|---|
पापमोचनी एकादशी पूजा | शुक्रवार | 5 अप्रैल 2024 |
पापमोचनी एकादशी पूजा समय :
एकादशी तिथि शुरू : 16:15 – 4 अप्रैल 2024
एकादशी तिथि ख़त्म : 13:25 – 5 अप्रैल 2024
All 26 Ekadashi kab hai 2024 एकादशी कब है 2024 में , प्रकार , महत्व व पूजा एवं व्रत की विधि
पापमोचनी एकादशी का महत्व
पापमोचनी एकादशी को हिंदू धर्म में सभी एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन व्रत रखने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से वे अपने भक्तों को सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
पापमोचनी एकादशी की पूजा विधि
पापमोचनी एकादशी की पूजा निम्नलिखित क्रम में की जाती है:
- प्रातःकाल उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- भगवान विष्णु की तस्वीर या मूर्ति के सामने बैठें।
- भगवान विष्णु को पुष्प, धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित करें।
- भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।
- भगवान विष्णु से अपने पापों से मुक्ति और आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें।
पापमोचनी एकादशी का व्रत
पापमोचनी एकादशी का व्रत निम्नलिखित क्रम में किया जाता है:
- दसवीं तिथि को शाम को हल्का भोजन करें।
- एकादशी तिथि को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और भगवान विष्णु की पूजा करें।
- दिन भर बिना कुछ खाए-पिए रहें।
- शाम को भगवान विष्णु की पूजा करें और फिर फलों, दूध, दही, या अन्य सात्विक भोजन का सेवन करें।
पापमोचनी एकादशी के लाभ
पापमोचनी एकादशी व्रत रखने से निम्नलिखित लाभ होते हैं:
- सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
- भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- मन और शरीर शुद्ध होता है।
- आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है।
सावधानियां
- पापमोचनी एकादशी का व्रत केवल स्वस्थ व्यक्ति ही रखें।
- अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही व्रत रखें।
- अगर आप व्रत नहीं रख पा रहे हैं तो आप फलाहारी या सहज व्रत रख सकते हैं।
पापमोचनी एकादशी 2024 के लिए विशेष संदेश
पापमोचनी एकादशी सभी पापों से मुक्ति का दिन है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से वे अपने भक्तों को सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। आइए हम सभी इस पावन अवसर पर भगवान विष्णु की पूजा करें और उनके आशीर्वाद प्राप्त करें।