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तीज कब है 2024 Teej Kab Hai 2024 जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व

तीज कब है 2024 || Teej Kab Hai 2024

Teej Kab Hai 2024 में तीज कब है? जानिए शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व सहित तीज के आगामी वर्ष की सम्पूर्ण जानकारी। इस आधिकारिक गाइड में अच्छे मुहूर्तों, पूजन पद्धति, और तीज के महत्वपूर्ण तथ्यों के साथ तीज की योजना बनाएं। तीज का त्योहार मनाने के लिए सबसे उपयुक्त तारीखों और विधियों के साथ, हमारा यह वेबसाइट आपके लिए सहायक होगा।

तीज कब है 2024 || Teej Kab Hai 2024
तीज कब है 2024 Teej Kab Hai 2024

तीज कब है 2024 Teej Kab Hai 2024 जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व

“तीज” हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भारत, नेपाल, और भूटान में मनाया जाता है। यह त्योहार सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है और विशेष रूप से महिलाओं द्वारा अपने पतियों के लंबे आयु और सुख-शांति की कामना के साथ किया जाता है। इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और भगवान शिव-पार्वती की पूजा करती हैं।

तीज (Teej Kab Hai 2024 ) के विशेष तिथियाँ और विधियाँ:

  1. सावन तीज (हरियाली तीज): यह तीज सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। महिलाएं विशेष रूप से सुन्दर साड़ी, मेहंदी, और श्रृंगार करती हैं।
  2. कृष्ण तीज (कजरी तीज): इस तीज को भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। महिलाएं भगवान कृष्ण-राधा की पूजा करती हैं और विभिन्न प्रकार की भोजन बनाती हैं।
  3. हरतालिका तीज: इसे भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है, और यह विशेष रूप से विवाहित स्त्रियों के बीच महत्वपूर्ण है।
  4. अक्षय तृतीया (अक्षय तीज): यह तीज वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है और इसे धन लाभ के लिए शुभ माना जाता है।

तीज के दिन महिलाएं पूजा, व्रत, गाने, और नृत्य के साथ खुशियाँ मनाती हैं और एक अच्छे भविष्य के लिए प्रार्थना करती हैं। तीज का अर्थ होता है “तीन” और यह तीन तीजों के क्रम में आता है।


तीज (Teej Kab Hai 2024 ) एक हिंदू त्योहार है जो हर साल तीन बार मनाया जाता है:

  • हरियाली तीज, जिसे गणगौर भी कहा जाता है, आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार आमतौर पर जून या जुलाई में आता है। इस दिन, महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। वे अपने घरों को हरियाली से सजाती हैं और भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं।
  • कजरी तीज, जिसे बासंत तीज भी कहा जाता है, भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार आमतौर पर अगस्त या सितंबर में आता है। इस दिन, महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। वे अपने घरों को रंगों से सजाती हैं और भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं।
  • हरतालिका तीज, जिसे गौरी व्रत भी कहा जाता है, भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में आता है। यह त्योहार सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखकर मनाती हैं। वे रात भर जागरण करती हैं और भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं।

तीज (Teej Kab Hai 2024 ) का त्योहार हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार प्रेम, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है।

2024 में तीज कब है?

  • हरियाली तीज – 7 अगस्त, 2024
  • कजरी तीज – 6 सितंबर, 2024
  • हरतालिका तीज – 5 अक्टूबर, 2024

तीज का शुभ मुहूर्त

  • हरियाली तीज – सुबह 5:38 बजे से रात 8:53 बजे तक
  • कजरी तीज – सुबह 6:01 बजे से रात 9:17 बजे तक
  • हरतालिका तीज – सुबह 5:37 बजे से रात 9:27 बजे तक

तीज की पूजा विधि

  • हरियाली तीज:
    • सुबह उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
    • घर को हरियाली से सजाएं।
    • भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
    • भगवान शिव और माता पार्वती को फूल, माला, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें।
    • भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।
    • व्रत का संकल्प लें।
    • पूरे दिन निर्जला व्रत रखें।
    • शाम को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
    • भगवान शिव और माता पार्वती से अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करें।
  • कजरी तीज:
    • सुबह उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
    • घर को रंगों से सजाएं।
    • भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
    • भगवान शिव और माता पार्वती को फूल, माला, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें।
    • भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।
    • व्रत का संकल्प लें।
    • पूरे दिन निर्जला व्रत रखें।
    • शाम को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
    • भगवान शिव और माता पार्वती से अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करें।
  • हरतालिका तीज:
    • सुबह उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
    • घर को सजाएं।
    • भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
    • भगवान शिव और माता पार्वती को फूल, माला, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें।
    • भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।
    • व्रत का संकल्प लें।
    • पूरे दिन निर्जला व्रत रखें।
    • शाम को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
    • भगवान शिव और माता पार्वती से अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करें।
    • रात भर जागरण करें।

तीज का महत्व

तीज का त्योहार हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार प्रेम, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है। हरियाली तीज को गणगौर और कजरी तीज को बसंत तीज भी कहा जाता है। इन दोनों तीज का त्योहार वसंत ऋतु में मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। हरतालिका तीज को गौरी व्रत भी कहा जाता है। यह तीज सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। वे रात भर जागरण करती हैं और भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं।

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